देश और दुनिया इस वक्त कोरोनावायरस के खतरे से जूझ रही है। भारतीय नौसेना इस दौर में दो मोर्चों पर मुस्तैद है। वो देश में कोरोना से निपटने में मदद कर रही है। मुंबई में नौसेना ने क्वारैन्टाइन सेंटर बनाए हैं। दूसरी तरफ, चीन और पाकिस्तान की समुद्र में जारी हरकतों पर भी उसकी पैनी नजर है। निगरानी के लिए नौसेना अपने अत्याधुनिक हेलिकॉप्टर भी इस्तेमाल कर रही है।
लाल सागर से मलक्का तक पैनी नजर
न्यूज एजेंसी से बातचीत में नेवी के सूत्रों ने कहा- भारतीय युद्धपोत बेहद सतर्क हैं। लाल सागर से मलक्का की खाड़ी तक गहन निगरानी की जा रही है। हाल ही में पाकिस्तान नेवी को पीएनएस यार्मूक वॉरशिप मिला है। यह रोमानिया से लाल सागर के रास्ते कराची जा रहा है। भारतीय नौसेना इसके हर मूवमेंट को बारीकी से देख रही है। हमारी नौसेना ने एंटी पाईरेसी ऑपरेशन्स को अंजाम देने के लिए फारस की खाड़ी में ऑपरेशन संकल्प चलाया है।
चीन का युद्धपोत दिखा
हिंद महासागर में तैनात भारत के युद्धपोत ने हाल ही में चीन के एक नेवी शिप को देखा था। यह मूल रूप से टैंकर था जो अपनी नेवी के जहाजों को ईंधन पहुंचाता है। चीन के वॉरशिप को देखने के बाद भारतीय नौसेना ने अपने पी-81 एंटी सबमरीन एयरक्रॉफ्ट भी यहां तैनात कर दिए हैं। इनका मकसद समुद्री में चीन नेवी की हर हरकत पर पैनी नजर रखना है। भारत की समुद्री सीमा से कुछ दूरी पर कई बार चीन की परमाणु और पारंपरिक पनडुब्बियां देखे जाने की खबरें आ चुकी हैं। चीन ने भी इनकी मौजूदगी मानी लेकिन तर्क दिया कि ये एंटी-पाईरेसी ऑपरेशन्स के लिए तैनात की गई हैं।